IBD – पाचन तंत्र की जड़ों तक पहुंचने वाला सुरक्षित और असरदार इलाज
IBD (Inflammatory Bowel Disease) एक दीर्घकालिक पाचन तंत्र की बीमारी है, जिसमें आंतों में बार-बार सूजन होती है। इसके दो मुख्य प्रकार हैं – क्रोहन रोग (Crohn’s Disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) इन बीमारियों में आंत की परत में सूजन, घाव और अल्सर हो सकते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है। यदि IBD का समय पर और सही उपचार न किया जाए, तो यह धीरे-धीरे क्रॉनिक (दीर्घकालिक) रूप ले सकता है, जिससे जीवन की गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ता है। राहत की बात यह है कि आधुनिक मेटाबोलिक उपचार की मदद से इसका सुरक्षित, असरदार और साइड इफेक्ट-रहित इलाज संभव है।राघवन नेचुरोपैथी में किया जाने वाला यह विशेष उपचार केवल लक्षणों को दबाने तक सीमित नहीं है, बल्कि बीमारी की जड़ पर काम करता है, पाचन तंत्र को भीतर से मजबूत बनाता है और मरीज को लंबे समय तक राहत और स्वस्थ जीवन प्रदान करता है।
IBD के लक्षण (Symptoms of IBD)
IBD के लक्षण व्यक्ति-व्यक्ति में अलग हो सकते हैं और समय के साथ उनकी तीव्रता भी बदल सकती है। शुरुआती पहचान और समय पर उपचार से रोग की प्रगति को रोका जा सकता है।

IBD के कारण (Causes of IBD)
IBD का एकमात्र कारण तय नहीं है, बल्कि यह कई कारकों के मिलकर असर डालने से विकसित होता है। इन कारणों को समझना जरूरी है ताकि सही रोकथाम और उपचार किया जा सके।